असम चाय उद्योग विशेष प्रोत्साहन योजना: परम्परागत या विशिष्ट चाय के उत्पादन को बढ़ावा देना और राज्य में चाय उद्योग के समग्र विकास को सुनिश्चित करना।
४ जुलाई, २०२१ को असम के मुख्यमंत्री श्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में चाय उद्योग को बढ़ावा देने के लिए असम चाय उद्योग विशेष प्रोत्साहन योजना (एटीआईएसआईएस) शुरू की। इस लॉन्च की घोषणा गुवाहाटी के असम एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में की गई। इस योजना के तहत पारंपरिक या विशेष चाय का उत्पादन करने वाली चाय निर्माण इकाइयों को प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत चाय बागानों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। राज्य सरकार चाय निर्माण इकाइयों को उत्पादन सब्सिडी और अन्य लाभों के साथ कार्यशील पूंजी ऋण पर ३% का ब्याज सबवेंशन प्रदान करेगी। इस योजना का उद्देश्य राज्य भर में चाय बागानों की आबादी का समग्र विकास करना है। इस योजना का कुल वार्षिक परिव्यय लगभग ३०० करोड़ रुपये है।
योजना अवलोकन:
योजना: | असम चाय उद्योग विशेष प्रोत्साहन योजना (एटीआईएसआईएस) |
योजना के तहत: | असम सरकार |
द्वारा लॉन्च किया गया: | मुख्यमंत्री, हिमंत बिस्वा सरमा |
लॉन्च की तारीख: | ४ जुलाई २०२१ |
मुख्य लाभार्थी: | राज्य में पारंपरिक चाय और विशेष चाय का उत्पादन करने वाली चाय निर्माण इकाइयाँ। |
लाभ: | ब्याज सबवेंशन, उत्पादन सब्सिडी, पूंजीगत सब्सिडी और कृषि कर अवकाश |
प्रमुख उद्देश्य: | परम्परागत या विशिष्ट चाय के उत्पादन को बढ़ावा देना और राज्य में चाय उद्योग के समग्र विकास को सुनिश्चित करना। |
योजना के उद्देश्य और लाभ:
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में चाय उद्योग को बढ़ावा देना है।
- इसका उद्देश्य राज्य में रूढ़िवादी या विशेष चाय का उत्पादन बढ़ाना है।
- योजना के तहत, पारंपरिक या विशेष चाय का उत्पादन करने वाली चाय निर्माण इकाइयों को अधिकतम २० लाख रुपये तक के सभी कार्यशील पूंजी ऋणों पर ३% की ब्याज छूट प्रदान की जाएगी।
- लाभार्थियों को ७ रुपये प्रति किलो की उत्पादन सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
- रूढि़वादी चाय के उत्पादन के लिए संयंत्र और मशीनरी स्थापित करने के लिए अधिकतम ३० लाख रुपये तक की २५ प्रतिशत पूंजी सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी।
- लगातार ३ वर्षों के लिए कृषि आयकर अवकाश की अनुमति है।
- यह योजना राज्य में चाय उद्योग को बढ़ावा देने में मदद करेगी जो महामारी के कारण कठिन समय से गुजर रहा है।
- इसका उद्देश्य राज्य में चाय का उत्पादन बढ़ाना है जिससे निर्यात को बढ़ावा मिले।
योजना विवरण:
- असम चाय उद्योग विशेष प्रोत्साहन योजना (एटीआईएसआईएस) मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा रविवार, ४ जुलाई, २०२१ को गुवाहाटी में असम प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में शुरू की गई है।
- यह योजना मुख्य रूप से राज्य में ऑर्थोडॉक्स या स्पेशलिटी चाय के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है, जो राज्य में कुल चाय उत्पादन का ११% योगदान देता है।
- शेष चाय उत्पादन सीटीसी चाय का गठन करता है।
- पारंपरिक चाय की उत्पादन लागत सीटीसी चाय की तुलना में लगभग २०-२५% अधिक है और इस योजना का उद्देश्य इस अंतर को पाटना है।
- विदेशी बाजार में ऑर्थोडॉक्स या विशेष चाय की अच्छी मांग है और इस प्रकार इस योजना का उद्देश्य चाय के निर्यात को बढ़ाना है।
- इस योजना के तहत रूढि़वादी या विशिष्ट चाय का उत्पादन करने वाली चाय निर्माण इकाइयों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
- अधिकतम २० लाख रुपए तक के सभी कार्यशील पूंजी ऋणों पर ३% की ब्याज सहायता प्रदान की जाएगी।
- उत्पादन बढ़ाने के लिए उत्पादन सब्सिडी और उत्पादन के लिए संयंत्र और मशीनरी की स्थापना के लिए पूंजीगत सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी जिससे निर्यात में वृद्धि होगी।
- लगातार ३ वर्षों के लिए कृषि आयकर अवकाश की अनुमति है।
- इससे चाय के बागवानों को पर्याप्त कमाई करने में मदद मिलेगी।
- चाय निर्माण इकाइयों से सरकार द्वारा अनुरोध है कि वे जल्द से जल्द प्रतिपूर्ति के लिए फाइल करना शुरू करें।
- पहला भुगतान अगस्त, २०२१ तक किए जाने की उम्मीद है।
- यह योजना १ अप्रैल, २०२० से ३ वर्षों के लिए लागू रहेगी।
- विदेशी बाजार में असम चाय के प्रचार और प्रचार के लिए ५० करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है।
- इसके लिए एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करने की योजना है।
- यह योजना चाय बागानों की आबादी के समग्र विकास को सुनिश्चित करेगी।
- योजना का कुल अनुमानित परिव्यय ३०० करोड़ रुपये प्रति वर्ष है।