खेत मजदूरों और भूमिहीन किसानों के लिए ऋण माफी योजना, पंजाब: राज्य में कृषि मजदूरों और भूमिहीन किसानों को कर्जमाफी के माध्यम से सहायता प्रदान करना।
पंजाब सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की ७७वीं जयंती के अवसर पर राज्य में खेत मजदूरों और भूमिहीन किसानों के लिए एक नई ऋण माफी योजना शुरू की है। इस योजना के शुभारंभ की घोषणा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने २० अगस्त, २०२१ को की थी। इस योजना के तहत राज्य सरकार कुल ५२० करोड़ रुपये के ऋण को माफ करेगी। यह राशि ३१ जुलाई, २०१७ तक कृषि मजदूरों और भूमिहीन किसानों को प्रदान किए गए सहकारी ऋण की मूल राशि के साथ-साथ उन ऋणों पर ७% प्रति वर्ष की दर से साधारण ब्याज के संबंध में होगी। ६ मार्च ७२०२१ तक कुल २.८५ करोड़ खेतिहर मजदूर और भूमिहीन किसान योजना के तहत लाभान्वित हुए।
योजना अवलोकन:
योजना | खेत मजदूरों और भूमिहीन किसानों के लिए ऋण माफी योजना |
योजना के तहत | पंजाब सरकार |
द्वारा लॉन्च किया गया | मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह |
लॉन्च की तारीख | अगस्त २०, २०२१ |
लाभार्थी | खेत मजदूर और भूमिहीन किसान |
लाभ | कुल ५२० करोड़ रुपए तक के ऋण माफ कर ऋण राहत |
प्रमुख उद्देश्य | राज्य में कृषि मजदूरों और भूमिहीन किसानों को कर्जमाफी के माध्यम से सहायता प्रदान करना। |
योजना के उद्देश्य और लाभ:
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में कृषि मजदूरों और भूमिहीन किसानों को ऋण माफी के माध्यम से सहायता करना है।
- यह योजना खेत मजदूरों और भूमिहीन किसानों द्वारा लिए गए सभी सहकारी ऋणों को कवर करती है।
- इस योजना के तहत राज्य सरकार कुल ५२० करोड़ रुपये का कर्ज माफ करेगी।
- इसका उद्देश्य राज्य के सभी खेत मजदूरों और भूमिहीन किसानों का कल्याण सुनिश्चित करना है।
- यह मुश्किल और कठिन समय में लाभार्थियों के लिए वरदान साबित होगा।
योजना विवरण:
- मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने २० अगस्त, २०२१ को खेत मजदूरों और भूमिहीन किसानों के लिए ऋण माफी योजना शुरू की।
- यह योजना पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की ७७वीं जयंती के अवसर पर शुरू की गई है।
- इस योजना के तहत राज्य सरकार कुल ५२० करोड़ रुपये का कर्ज माफ करेगी।
- यह राशि ३१ जुलाई, २०१७ तक कृषि मजदूरों और भूमिहीन किसानों को प्रदान किए गए सहकारी ऋण की मूल राशि के साथ-साथ उन ऋणों पर ७% प्रति वर्ष की दर से साधारण ब्याज के संबंध में होगी।
- इस योजना में सभी खेत मजदूरों और भूमिहीन किसानों को शामिल किया गया है।
- इस योजना से लगभग २.८५ करोड़ खेतिहर मजदूरों और भूमिहीन किसानों को योजना के तहत लाभ होगा।
- यह योजना लाभार्थियों के लिए लाभकारी होगी जिसमें कठिन समय में उनकी आजीविका सुरक्षित होगी।
- यह उनके कल्याण और सामाजिक सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा।