रेहड़ी-पटरी वालों एवं फेरीवालों को आर्थिक सहायता योजना: प्रदेश भर के रेहड़ी-पटरी वालों व फेरीवालों का कल्याण
कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री येदियुरप्पा ने राज्य भर में रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए ८ जून, २०२१ को एक योजना शुरू की। इस योजना को वर्चुअली एक वीडियो मीटिंग में लॉन्च किया गया था। इस योजना के तहत रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों को २०००/- रुपये की वित्तीय सहायता की जाएगी। दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका योजना के तहत पंजीकृत सभी रेहड़ी-पटरी वालों को मुख्य रूप से कवर किया जाएगा। सरकार द्वारा सहायता की राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी। यह वित्तीय सहायता मुख्य रूप से रेहड़ी-पटरी वालों के कल्याण के लिए घोषित की गई है।
योजना अवलोकन:
योजना का नाम: | रेहड़ी-पटरी वालों एवं फेरीवालों को आर्थिक सहायता योजना |
योजना के तहत: | कर्नाटक सरकार |
लॉन्च की तारीख: | ८ जून २०२१ |
द्वारा लॉन्च किया गया: | मुख्यमंत्री येदियुरप्पा |
लाभार्थी: | स्ट्रीट वेंडर और फेरीवाले |
लाभ: | २०००/- रुपये की वित्तीय सहायता |
उद्देश्य: | प्रदेश भर के रेहड़ी-पटरी वालों व फेरीवालों का कल्याण |
उद्देश्य और लाभ:
- योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य भर के रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों का कल्याण करना है।
- इस योजना के तहत, लाभार्थियों को रुपये २०००/- की वित्तीय सहायता प्रदान कि जाएगी।
- इसका उद्देश्य ग्रामीण विक्रेताओं को दुष्चक्र से बचाना है, बल्कि सरकार उन्हें सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
- दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका योजना के तहत पंजीकृत सभी लाभार्थी मुख्य रूप से इस योजना से लाभान्वित होंगे।
- राशि अगर सीधे बैंक हस्तांतरण के माध्यम से लाभार्थी के खाते में स्थानांतरित की जाएगी।
- इसका उद्देश्य महामारी की स्थिति में रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों की सामाजिक और वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है।
योजना विवरण:
- कर्नाटक सरकार ने राज्य भर के रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों के लिए वित्तीय सहायता योजना शुरू की।
- यह घोषणा सीएम येदियुरप्पा ने ८ जून २०२१ को आशा कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो मीटिंग में की थी।
- इस योजना के तहत, लाभार्थियों को रुपये २०००/- की वित्तीय सहायता प्रदान कि जाएगी।
- राशि सीधे बैंक हस्तांतरण के माध्यम से हस्तांतरित की जाएगी।
- इस योजना के माध्यम से वित्तीय सहायता का उद्देश्य राज्य में रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों का कल्याण करना है।
- स्ट्रीट वेंडर्स के लिए २०२० में इसी तरह की योजना शुरू की गई थी और तदनुसार सहायता राशि हस्तांतरित की गई थी।
- पिछले साल केवल १,९१,६८४ लाभार्थियों को ही उस योजना का लाभ मिला था।
- जिन लाभार्थियों के बैंक खाते आधार कार्ड से जुड़े हुए थे, उनके बैंक खातों में राशि ट्रांसफर हो गई।
- शेष लाभार्थियों को अभी तक राशि हस्तांतरित नहीं हुई है क्योंकि उनके बैंक खातों को उनके आधार कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है।
- वीडियो मीटिंग में मुख्यमंत्री ने आशा कार्यकर्ताओं को महामारी के दौरान लोगों की मदद करने के लिए उनके निरंतर प्रयासों की प्रशंसा की।
- उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को उनके निस्वार्थ योगदान के लिए देखभाल और प्रशंसा के प्रतीक के रूप में रुपये ३,०००/ – की वित्तीय सहायता की घोषणा की।