मिशन वात्सल्य, महाराष्ट्र: राज्य में उन महिलाओं को सहायता प्रदान करना जिन्होंने कोविड के कारण अपने पति को खो दिया, जिससे उनकी सामाजिक सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित हो सके।
महाराष्ट्र सरकार उन महिलाओं के लिए राज्य में मिशन वात्सल्य कार्यक्रम लेकर आई है, जिन्होंने कोविड के कारण अपने पति को खो दिया है। पहल शुरू की गई थी और २५ अगस्त, २०२१ को महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर द्वारा विवरण प्रदान किया गया था। इस पहल के तहत, राज्य सरकार लाभार्थियों को राज्य में १८ योजनाओं और सेवाओं का कवरेज प्रदान करती है। राज्य सरकार ने मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं और निम्न आय वर्ग की महिलाओं के लिए यह पहल शुरू की है। वर्तमान में लगभग १०,५०० लाभार्थी महिलाओं को इस पहल के तहत कवर किया जा चुका है।
अवलोकन:
पहल | मिशन वात्सल्य |
पहल के तहत | महाराष्ट्र सरकार |
द्वारा लॉन्च किया गया | महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर |
लाभार्थी | जिन महिलाओं ने कोविड के कारण अपने पति को खो दिया |
लाभ | राज्य में १८ विभिन्न योजनाओं और सेवाओं के तहत कवरेज |
उद्देश्य | राज्य में उन महिलाओं को सहायता प्रदान करना जिन्होंने कोविड के कारण अपने पति को खो दिया, जिससे उनकी सामाजिक सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित हो सके। |
उद्देश्य और लाभ:
- पहल का मुख्य उद्देश्य उन महिलाओं को सहायता प्रदान करना है जिन्होंने अपने पति को कोविड के कारण खो दिया है।
- इस पहल के तहत, लाभार्थियों को राज्य में १८ विभिन्न योजनाओं और सेवाओं के तहत कवरेज मिलेगा।
- यह योजना मुख्य रूप से ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के परिवारों की विधवाओं को कवर करती है।
- इसका उद्देश्य इन कठिन समय में निम्न आय वर्ग की महिलाओं को सामाजिक और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है।
- यह पहल उन महिलाओं की बेहतरी और कल्याण के लिए है, जिन्होंने अपने पति को खो दिया है।
प्रमुख बिंदु:
- महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर ने २५ अगस्त, २०२१ को मिशन वात्सल्य पहल की शुरुआत की।
- यह पहल मुख्य रूप से राज्य में उन महिलाओं के समर्थन के लिए शुरू की गई है जिन्होंने अपने पति को कोविड के कारण खो दिया है।
- इस कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार मुख्य रूप से संजय गांधी निराधार योजना और घरकुल योजना सहित १८ विभिन्न योजनाओं और सेवाओं का लाभ प्रदान करेगी।
- उन्हें सभी आवश्यक प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।
- इस पहल के तहत मुख्य रूप से ग्रामीण और निम्न आय वर्ग की महिलाओं को शामिल किया जाएगा।
- महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, स्थानीय इकाई अधिकारी, आंगनबाडी सेविकाएं ऐसी महिलाओं के घर जाकर सेवाएं दे रही हैं।
- राज्य में कोविड महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक लगभग १५,०९५ महिलाओं ने अपने पति को कोविड के कारण खो दिया है।
- जिला टास्क फोर्स ने योजना के तहत लगभग १४,६६१ लाभार्थियों को सूचीबद्ध किया है।
- विभाग पहले ही राज्य में लगभग १०,५०० लाभार्थी महिलाओं से संपर्क कर चुका है।
- राज्य सरकार कोविड से प्रभावित राज्य में लोगों की सहायता के लिए विभिन्न प्रयास कर रही है।
- इन कठिन और अभूतपूर्व समय में विधवाओं की मदद करने के लिए सरकार द्वारा यह पहल एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे उनका कल्याण और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।