ऑन-बोर्ड ट्रेनों से शून्य एफआईआर दर्ज करें: रेलवे यात्रियों मोबाइल ऐप के साथ शिकायत दर्ज कर सकते है
भारतीय रेल्वे बोर्ड ने रेल्वे में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए ऑन-बोर्ड ट्रेनों से शून्य एफआईआर दर्ज करें नाम की सुविधा को शुरू किया है।रेल्वे में सफर के दौरान भारतीय रेल्वे मोबाइल ऐप के साथ शिकायत दर्ज कर सकते है। उनकी शिकायत तुरंत रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी), टीटीई द्वारा जांच की जाएगी। यात्री को अब अगले स्टेशन तक इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है। नई सुविधा बोर्ड ट्रेनों पर अपराध को रोक देगा और रेल्वे यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करेगा। सरकार एक पायलट परियोजना चला रही है जिसके साथ यात्री मध्यप्रदेश राज्य में मोबाइल ऐप का उपयोग करके महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न, चोरी, अपराध के बारे में प्राथमिकी दर्ज कर सकते हैं और बाद में इसे पुरे भारत देश भर में लागू किया जाएगा।
शून्य एफआईआर क्या है? आज तक ऑन-बोर्ड ट्रेनों की शिकायतें केवल टीटीई के पास दर्ज करनी पड़ती थी। उनके पास एक शिकायत आवेदन पत्र रहता है जिसे यात्रियों को भरने और जमा करने की आवश्यकता होती है। टीटीई को फिर अगले स्टेशन पर आरपीएफ में आवेदन पत्र को जमा करने की आवश्यकता होती है और उसके बाद कार्रवाई होती थी तब तक अपराधियों को भागने में आसानी होती थी। अब शून्य एफआईआर के साथ अगले स्टेशन या टीटीई के इंतजार किए बिना यात्रा करते समय शिकायत की जा सकती है। क्षेत्राधिकार के बावजूद किसी भी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की जा सकती है। यह प्राथमिकी उचित पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित की जाएगी।
भारतीय रेलवे शून्य एफआईआर मोबाइल ऐप: मोबाइल ऐप के आईओएस और एंड्रॉइड संस्करण दोनों में शून्य एफआईआर फाइलिंग की सुविधा होगी। इस ऐप की मदत से यात्रियों को तत्काल राहत मिलेगी क्योंकि शिकायत आरपीएफ बोर्ड के अधिकारी को अधिसूचित की जाएगी जो यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करेगी और अपराधियों को भागने का मौका नहीं मिलेगा। यह यात्रियों को तत्काल राहत प्रदान करेगा।
महिलाओं के लिए आतंक बटन: ऐप में महिलाओं के लिए एक दहशत बटन होगा। उन्हें परेशान स्थिति में तत्काल राहत मिलेगी। महिलाओं से शिकायतें सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ की जाएंगी और तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल ऐप के अलावा शून्य एफआईआर ऑफ़लाइन भी दर्ज की जा सकती है।