दूध मूल्य प्रोत्साहन योजना: राज्य में दुग्ध उत्पादन और संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करना जिससे डेयरी किसानों का कल्याण सुनिश्चित हो सके।
८ दिसंबर, २०२१ को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में दूध मूल्य प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाना है। इस योजना के तहत राज्य सरकार राज्य में दूध उत्पादन और संबंधित गतिविधियों को बढ़ाने के लिए लाभार्थियों को आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। प्रत्यक्ष बैंक हस्तांतरण के माध्यम से सहायता राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाएगी। इस योजना से राज्य के डेयरी किसानों को लाभ होगा। राज्य सरकार का लक्ष्य राज्य में ४४४.६२ करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ ५०० दूध बिक्री केंद्र शुरू करना है। इस योजना से लगभग ५३००० लोग लाभान्वित होंगे।
योजना अवलोकन:
योजना का नाम | दूध मूल्य प्रोत्साहन योजना |
योजना के तहत | उत्तराखंड सरकार |
द्वारा लॉन्च किया गया | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी |
लॉन्च की तारीख | ८ दिसंबर, २०२१ |
लाभ | राज्य में दुग्ध उत्पादन एवं संबंधित गतिविधियों के लिए सहायता। |
प्रमुख उद्देश्य | राज्य में दुग्ध उत्पादन और संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करना जिससे डेयरी किसानों का कल्याण सुनिश्चित हो सके। |
योजना के उद्देश्य और लाभ:
- योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में दुग्ध उत्पादन और संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा देना है।
- इस योजना के तहत किसानों को डेयरी गतिविधियों के लिए आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
- योजना के तहत सभी डेयरी दुग्ध उत्पादन और संबंधित गतिविधियों को कवर किया जाएगा।
- इस योजना से राज्य में डेयरी किसान की आय भी बढ़ेगी।
- इसका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को आजीविका के स्रोत के रूप में दूध उत्पादन और डेयरी गतिविधियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
- इसका उद्देश्य डेयरी क्षेत्र का विकास करना है जिससे किसानों का कल्याण सुनिश्चित हो सके।
योजना विवरण:
- दूध मूल्य प्रोत्साहन योजना ८ दिसंबर, २०२१ को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा शुरू की गई है।
- इस योजना के तहत राज्य सरकार राज्य में दूध उत्पादन को बढ़ावा देती है।
- राज्य सरकार दूध और डेयरी गतिविधियों के लिए आवश्यकतानुसार सहायता प्रदान करेगी।
- प्रदान की गई सहायता सीधे बैंक हस्तांतरण के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाएगी।
- इस योजना का उद्देश्य मुख्य रूप से राज्य के डेयरी किसानों को लाभ पहुंचाना है।
- यह योजना राज्य में ग्रामीण और शहरी युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान करेगी।
- यह दूध और डेयरी क्षेत्र को मजबूत और विकसित करेगा जिससे डेयरी किसानों और सहकारी समितियों को लाभ होगा।
- इस योजना से शुरुआत में लगभग ५३००० लोग लाभान्वित होंगे।
- देहरादून में शुभारंभ के दौरान, सीएम ने कहा, ‘मैं वादा करता हूं कि उत्तराखंड अपने २५ वें वर्ष का जश्न मनाने तक भारत में दूध उत्पादन में नंबर एक राज्य होगा’।
- इस दृष्टि से राज्य सरकार ने ४४४.६२ करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ राज्य में ५०० दूध बिक्री केंद्र शुरू करने की योजना बनाई है।