शाला अस्मिता योजना मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) ने शुरू कि है। यह एक छात्र शैक्षिक ट्रैकिंग प्रणाली कार्यक्रम है । अस्मिता योजना सभी स्कूल की निगरानी और व्यक्तिगत ट्रैकिंग विश्लेषण के लिए बनाई गई है। इस योजना के अंतर्गत सरकार स्कूली छात्रों की संपूर्ण शिक्षा यात्रा को ट्रैक करने का उद्देश्य है। यह योजना 1 से 12 वर्ग की छात्राओ के लिए है, जो शायद दुनिया का सबसे बड़ा छात्र ट्रैकिंग सिस्टम है। सभी सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 25 करोड़ छात्रों को कवर किया जाएगा। प्रत्येक छात्र की आधार संख्या के द्वारा पहचान की जाएगी। जिन छात्रों के पास आधार कार्ड नहीं है, उन छात्रों को आधार कार्ड दिया जायेगा। ये योजना छात्रों के ड्रॉपआउट होने जैसी परिस्थितियों का भी पता लगाएगी. इस स्कीम का नाम ‘शाला अस्मिता योजना’ रखा जाएगा।
शाला अस्मिता योजना का लाभ:
- सभी छात्रों के संपूर्ण शैक्षिक यात्रा पर नज़र रखी जायेगी
- छात्रों के प्रतिशत, उपस्थिति, ढांचागत सुविधाओं और यहां तक कि उनके मध्याह्न भोजन की खपत पर नज़र रखकर शिक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए इस योजना का उपयोग होगा
- इस योजना से शिक्षा छोड़ने वाले बच्चों की पहचान में मदद मिलेगी
- इस प्रणाली द्वारा नज़र रखकर भोजन भ्रष्टाचार पर नियंत्रण रखा जायेगा
शाला अस्मिता योजना की विशेषताएं:
- यह योजना मूल रूप से पहली से लेकर 12 वीं मैं पढने वाले छात्रों के लिए है। इस योजना के अंतगर्त 25 करोड़ से अधिक छात्रों के लिए एक ट्रैकिंग प्रणाली है
- शाला अस्मिता योजना 5 लाख निजी और सरकारी स्कूलों मैं छात्राओ को ट्रैक करने के लिए बनाई गयी है
- अस्मिता एक ऑनलाइन डेटाबेस है जो छात्र उपस्थिति और नामांकन, सीखने के परिणामों, मिड-डे मील सेवा और ढांचागत सुविधाओं की जानकारी ली जाएगी
- छात्रों पर आधार नंबर के माध्यम से नज़र रखी जाएगी
शाला अस्मिता योजना का कार्यान्वयन:
- शाला अस्मिता योजना 1 से 12 वर्ग के लिए सभी सरकारी और निजी स्कूलों में लागू होगी
- यह योजना स्थानीय प्राधिकारी द्वारा राज्यों मैं कार्यान्वित कि जाएगी
सन्दर्भ और विवरण:
- शाला अस्मिता योजना के बारे में अधिक विवरण के लिए: http://mhrd.gov.in