अमृत विशेष योजनाएं, कर्नाटक: राज्य में समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए योजना
७५वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, कर्नाटक राज्य सरकार विभिन्न क्षेत्रों में समग्र विकास को गति देने के लिए ११ विभिन्न योजनाएं लेकर आई है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए अमृत विशेष योजनाओं की शुरुआत की। योजनाएं आवास क्षेत्र, बुनियादी ढांचा क्षेत्र, सूक्ष्म उद्यमों, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे आदि जैसे क्षेत्रों में विकास के लिए हैं। इन योजनाओं के माध्यम से राज्य सरकार अब मेगा और मिनी परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी। ये योजनाएं चल रही योजनाओं के अनुरूप होंगी और इनका क्रियान्वयन जल्द ही शुरू हो जाएगा। इन योजनाओं के लिए आवंटित कुल अनुमानित बजट १००० करोड़ रुपये तक है।
अवलोकन:
योजनाएं | अमृत विशेष योजनाएं |
योजनाओं के तहत | कर्नाटक सरकार |
द्वारा लॉन्च किया गया | मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई |
लॉन्च की तारीख | १५ अगस्त, २०२१ |
लाभ | ग्राम पंचायतों का विकास, विद्यालयों को अधोसंरचना सुविधाओं का प्रावधान, सूक्ष्म उद्यमों को वित्तीय सहायता आदि। |
उद्देश्य | राज्य में समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए |
बजट | १००० करोड़ रुपये तक |
उद्देश्य और लाभ:
- योजनाओं का मुख्य उद्देश्य राज्य में समग्र विकास सुनिश्चित करना है।
- यह ग्राम पंचायतों, आवास क्षेत्र, सूक्ष्म उद्यमों, खेल, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विकास सुनिश्चित करता है।
- इस योजना से बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
- इन योजनाओं के तहत प्रत्येक लक्षित क्षेत्र को आवश्यकतानुसार वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- इस प्रकार ये योजनाएं निवासियों के कल्याण को सुनिश्चित करेंगी।
- यह राज्य के आर्थिक विकास और विकास में योगदान देगा।
लॉन्च की गई ११ अमृत विशेष योजनाओं का विवरण:
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अमृत ग्राम पंचायतें –
इस योजना के तहत राज्य सरकार विकास के लिए राज्य में ७५० ग्राम पंचायतों का चयन करेगी जिससे निवासियों को बुनियादी सुविधाएं, अधिकार और लाभ सुनिश्चित हो सकें। इसमें हर घर में पीने का पानी सुनिश्चित करना, कचरे का उचित निपटान, स्ट्रीट लाइट, सौर ऊर्जा की स्थापना आदि शामिल होंगे।
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अमृत निर्मला निगम –
राज्य सरकार ७५ शहरी स्थानीय निकायों के सौन्दर्यीकरण और उन्नयन को सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक को एक-एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
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अमृत ग्रामीण आवास योजना –
यह ७५०,००० ग्राम पंचायतों में प्रत्येक बेघर व्यक्ति के लिए आवास सुविधा का प्रावधान सुनिश्चित करती है। यह ग्रामीण क्षेत्रों में सभी के लिए आवास सुनिश्चित करेगा।
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अमृत एफपीओ –
योजना के तहत प्रत्येक एफपीओ को ३ साल के लिए ३० लाख रुपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी। यह राज्य में कृषि और अन्य उपज के उत्पादन को बढ़ावा देगा। राज्य में कृषि, मत्स्य पालन और बुनकर उत्पादों के विपणन के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
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अमृत विद्यालय अधोसंरचना कार्यक्रम –
इस योजना के माध्यम से राज्य के ७५० विद्यालयों को अवसंरचना सुविधाओं के साथ-साथ चिन्हित ७५० विद्यालयों को १०-१० लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया जाएगा। चिन्हित किए गए विद्यालयों को भवन, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, शौचालय आदि जैसी समग्र आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
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अमृत आंगनबाडी केंद्र –
राज्य सरकार इस योजना के तहत राज्य में ७५०० आंगनवाड़ियों को उनके ढांचागत विकास के लिए कुल एक लाख रुपये का अनुदान प्रदान करेगी। यह अनुदान आंगनबाड़ियों के ढांचागत विकास के लिए दिया जाएगा।
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अमृत स्व-सहायता सूक्ष्म उद्यम –
इस योजना के तहत लगभग ७५०० स्वयं सहायता समूहों को एक-एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
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अमृत सामुदायिक विकास कार्यक्रम –
योजना के तहत राज्य सरकार सामुदायिक सेवा प्रदान करने के लिए लगभग ७५० स्कूलों और कॉलेजों की पहचान करेगी।
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अमृत स्वास्थ्य अधोसंरचना उन्नयन कार्यक्रम –
इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार राज्य के प्रत्येक ७५० प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को लगभग २० लाख रुपए प्रदान करेगी।
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अमृत कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम –
राज्य सरकार अगले दो वर्षों में आरक्षित समुदायों के ७५००० युवाओं के कौशल विकास प्रशिक्षण और कार्यक्रमों के लिए लगभग ११२ करोड़ रुपये खर्च करेगी।
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अमृत खेल गोद लेने का कार्यक्रम –
राज्य सरकार द्वारा राज्य के ७५ खिलाडिय़ों को वर्ष २०२४ में पेरिस में होने वाले अगले ओलम्पिक में क्वालीफाई करने और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।