भारत गौरव योजना: देश में थीम आधारित पर्यटन को प्रोत्साहित करना जिससे जनता को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने का मौका मिले।
२३ नवंबर, २०२१ को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने समृद्ध भारतीय सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने के लिए जनता के लिए मार्ग प्रशस्त करने के लिए भारत गौरव योजना शुरू की। इस योजना के तहत केंद्रीय रेल मंत्रालय ने लगभग १५० ट्रेनें शुरू की हैं जिन्हें थीम आधारित पर्यटन सर्किट के लिए लीज पर लिया जा सकता है। व्यक्तियों, ट्रस्टों, समाजों, निजी टूर ऑपरेटरों, राज्य सरकारों आदि में से कोई भी इन ट्रेनों को पट्टे पर ले सकता है। ये ट्रेनें गुरु कृपा या रामायण थीम वाली ट्रेनों की तरह थीम आधारित पर्यटन सर्किट पर काम करेंगी। इस योजना के तहत ऑपरेटर को मार्ग, किराया, सेवाएं आदि तय करने की स्वतंत्रता होगी। यात्रा के दौरान, इन ट्रेनों में पर्यटकों को भारतीय संस्कृति और इसकी विविधता के विभिन्न स्थानों का अनुभव होगा।
योजना अवलोकन:
योजना का नाम | भारत गौरव योजना |
योजना द्वारा | भारतीय रेल, भारत सरकार |
द्वारा लॉन्च किया गया | रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव |
लॉन्च की तारीख | २३ नवंबर, २०२१ |
लाभार्थि | व्यक्ति, ट्रस्ट, सोसायटी, निजी टूर ऑपरेटर, राज्य सरकार के विभाग, आदि |
उद्देश्य | देश में थीम आधारित पर्यटन को प्रोत्साहित करना जिससे जनता को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने का मौका मिले। |
उद्देश्य और लाभ:
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में थीम आधारित पर्यटन को बढ़ावा देना है।
- इसका उद्देश्य लोगों को समृद्ध भारतीय सांस्कृतिक विरासत, संस्कृति और इसकी विविधता का अनुभव करने देना है।
- इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति, ट्रस्ट, सोसायटी, निजी टूर ऑपरेटर, राज्य सरकार के विभाग आदि एकमुश्त शुल्क और सुरक्षा जमा के भुगतान पर ट्रेन को लीज पर ले सकते हैं।
- ट्रेन संचालक को मार्ग, किराया, सेवाएं आदि तय करने की स्वतंत्रता मिलेगी।
- यह योजना प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद करेगी।
- यह देश में थीम आधारित पर्यटन सर्किट को बढ़ावा देने का इरादा रखता है।
योजना विवरण:
- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने २३ नवंबर, २०२१ को भारत गौरव योजना की शुरुआत की।
- यह योजना रेलवे विभाग द्वारा थीम आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेलवे में एक नए खंड के रूप में शुरू की गई है।
- इसका उद्देश्य जनता को समृद्ध भारतीय सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने का मार्ग प्रशस्त करना है।
- इस योजना के तहत केंद्रीय रेल मंत्रालय ने करीब ३०३३ आईसीएफ कोच यानी १५० ट्रेनें शुरू की हैं जिन्हें थीम आधारित पर्यटन सर्किट के लिए लीज पर लिया जा सकता है।
- व्यक्तियों, ट्रस्टों, समाजों, निजी टूर ऑपरेटरों, राज्य सरकारों आदि में से कोई भी इन ट्रेनों को पट्टे पर ले सकता है।
- प्रत्येक ट्रेन में १४-२० कोच और दो गार्ड वैन शामिल होंगे।
- ये ट्रेनें थीम आधारित पर्यटन सर्किट पर काम करेंगी।
- इस योजना के तहत ऑपरेटर को मार्ग, किराया, सेवाएं आदि तय करने की स्वतंत्रता होगी।
- रेल विभाग इस बात की जांच करेगा कि ट्रेन सेवाओं के लिए जनता से अधिक शुल्क न लिया जाए।
- संचालक को पर्यटकों को दर्शनीय स्थल, भोजन, स्थानीय परिवहन, जहाज पर मनोरंजन और अन्य प्रासंगिक चीजें उपलब्ध करानी होंगी।
- इच्छुक ऑपरेटर ट्रेन को लीज पर लेने के लिए भारतीय रेलवे को आवेदन भेज सकते हैं और इसके लिए उन्हें एकमुश्त शुल्क और सुरक्षा राशि का भुगतान करना होगा।
- यात्रा के दौरान इन ट्रेनों में पर्यटकों को भारतीय संस्कृति और इसकी विविधता के विभिन्न स्थानों का अनुभव मिलेगा।
- फिलहाल रेल विभाग ने इस योजना के तहत आईसीएफ कोच को शामिल किया है वंदे भारत, विस्टाडोम और एलएचबी प्रकार के कोच भी शामिल किए जाएंगे।
- भारतीय रेलवे भी ऑपरेटरों के समर्थन के लिए विभिन्न क्षेत्रों में विशेष इकाइयां स्थापित करेगा।
- इस योजना से देश में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
- यह जनता को समृद्ध भारतीय संस्कृति और इसकी विविधता का अनुभव करने का अवसर प्रदान करेगा।