डिजिटाइज इंडिया प्लेटफॉर्म (डीआईपी – digitizeindia.gov.in): डिजिटल स्वयंसेवी बने और डेटा एंट्री जॉब से घर बैठे कमाए
भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया योजना लांच की है। इस योजना के तहत भारत में डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करके सरकारी सेवाएं आसान बनाना सरकार का लक्ष्य है। इस योजना को यशस्वी बनाने के लिए सारे सरकारी दफ्तरों में मौजूद सारे दस्तावेव डिजिटल में कन्वर्ट करने होंगे जो की एक बहुत बड़ा काम है। इस काम में सरकार देश के लोगो की मदत चाहता है। जिसके लिए भारत सरकार ने डिजिटाइज इंडिया प्लेटफार्म (डीआईपी) को लांच किया है। भारत देश के लोग खास करके युवा घर से काम कर सकते है और विभिन्न सरकारी विभागों को अपने रिकॉर्ड और दस्तावेजों को डिजिटाइज करने में मदद कर सकते है। इस काम के लिए सरकार उन्हें अभी तनख्वा भी देगी। जिससे लोग और अच्छी मासिक आय / वेतन कमा सकते है । इस काम को डाटा एंट्री जॉब कहते है और यह काम करने वाले लोगो को डिजिटल स्वयंसेवक / योगदानकर्ता कहा जाता है।
Digitize India Platform (In English)
डिजिटल इंडिया पहल के लिए डीआईपी कार्यक्रम महत्वपूर्ण है और भारत देश को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में बदल लाया जाएंगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी सरकारी सूचनाएं डिजिटल रूप से उपलब्ध हों और कहीं से भी सरकारी सूचनाएं लोगो तक पहुचायी जा सके। यह भारत देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है और वह सरकारी विभागों को डिजिटल उद्यमों में बदलना चाहते है।
डिजिटाइज इंडिया प्लेटफार्म (डीआईपी) क्या है?
- सरकारी विभागों में भौतिक फाइलों में लाखों दस्तावेज, अभिलेख आदि संग्रहीत है।
- ये अलग-अलग भाषाओं, प्रारूप में है और उनमें से कुछ हाथ से लिखे गए भी है।
- इन फ़ाइलों में जानकारी ढूंढना बहुत मुश्किल होता है।
- अधिकांश दस्तावेज पहले से ही क्षतिग्रस्त हो चुके है क्योंकि वे पुराने रिकॉर्ड हैं और कुछ गलत भंडारण और हैंडलिंग के कारण क्षतिग्रस्त हो चुके है।
- सरकार सभी दस्तावेजों को डिजिटाइज करना चाहती है ताकी वे सुरक्षित रहे और किसी भी समय कहीं से भी जानकारी ढूंढना आसान हो।
- चूंकि दस्तावेजों की संख्या लाखों में है, सरकार को इन दस्तावेजों को स्कैन और डिजिटाइज करना संभव नहीं है।
- इसलिए सरकार ने भारत के नागरिकों की मदद लेने के लिए डिजिटाइज इंडिया प्लेटफार्म (डीआईपी) शुरू किया है।
- लोगों को सरल डेटा एंट्री जॉब्स दिया जाएगा और उनके काम के लिए भुगतान किया जाएगा।
- यह भारत सरकार की पहल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की है।
डिजिटाइज इंडिया प्लेटफार्म (डीआईपी) हेल्पलाइन / टोल फ्री नंबर:
०११ – ४९७ ५४९ २४
डिजिटल स्वयंसेवक / योगदानकर्ता क्या है? यह वो लोग है जो डिजिटाइज इंडिया प्लेटफार्म (डीआईपी) के तहत घर से डाटा एंट्री का काम करते है।
डिजिटाइज इंडिया प्लेटफार्म (डीआईपी) कैसे काम करता है? / डिजिटल स्वयंसेवक या योगदानकर्ता के रूप में आपको क्या करना है?
- सरकारी विभाग छवियों के रूप में दस्तावेजों और अभिलेखों को स्कैन करेंगे, जानकारी सुरक्षित रखने के लिए इन छवियों को छोटे टुकड़े किये जाते है।
- छवियोकि इन टुकड़ोको डिजिटल स्वयंसेवकों / योगदानकर्ताओं को दिया जाता है।
- अब डिजिटल स्वयंसेवकोंको इन छवियों से जानकारी पढ़कर कंप्यूटर पर फाइलोमे लिखना होता है।
- योगदानकर्ताओं को इन फाइलोको डीआईपी प्लेटफ़ॉर्म पर अपलोड करना होता है।
- फिर उन फाइलोको को सत्यापित किया जाता है और डेटाबेस में संग्रहीत किया जाता है और संबंधित विभाग को वापस दिया जाता है।
- डिजिटल योगदानकर्ता / स्वयंसेवकों को उनके काम के लिए अंक दिए जाएंगे।
- स्वयंसेवक अपने अंक को पैसे में रिडीम कर सकते हैं जिसे उनके बैंक खाते में स्थानांतरित किया जाता है।
डिजिटल स्वयंसेवक बनने के लिए पात्रता और आवश्यक दस्तावेज:
- आवेदक को भारत देश का नागरिक होना चाहिए।
- स्वयंसेवक को कंप्यूटर का उपयोग कैसे करें पता होना चाहिए और अनुभव होना चाहिए।
- स्वयंसेवक के पास एक कंप्यूटर / स्मार्ट फोन होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास एक अच्छा इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए।
- आधार कार्ड
- बैंक खाता आधार कार्ड से जुड़ा होना चाहिए।
डिजिटल स्वयंसेवक / योगदानकर्ता लाभ और पुरस्कार:
- स्वयंसेवक किसी भी समय और कहीं से भी काम सकता है।
- स्वयंसेवक को शिक्षा / डिग्री पर कोई प्रतिबंध नहीं है ।
- स्वयंसेवकोंको डाटा एंट्री का काम करना होता है।
- भारत देश को डिजिटाइज करने वाली डिजिटल क्रांति का हिस्सा बनें।
डिजिटल स्वयंसेवक के लिए आवेदन कैसे करे? / साइन अप और पंजीकरण कैसे करें?
- इच्छुक उम्मीदवार digitizeindia.gov.in पर डिजिटल इंडिया पंजीकरण के लिए ऑनलाइन साइन अप कर सकते हैं।
- digitizeindia.gov.in पंजीकरण पृष्ठ पर जाने के लिए यहां क्लिक करें अपना पूरा नाम, लिंग, जन्मतिथि, आधार संख्या प्रदान करें और फिर स्वयं को सत्यापित करने के लिए “Validate AADHAAR” बटन पर क्लिक करें
- सफल सत्यापन के बाद, अपना उपयोगकर्ता नाम, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर के साथ पासवर्ड दर्ज करें।
- पंजीकरण पूरा करने के लिए “Register Now” पर क्लिक करें।
- लॉगिन करने के लिए यहां क्लिक करें।
डिजीटाइज़शन / डिजिटाइज इंडिया प्लेटफॉर्म (डीआईपी) के लाभ:
- डिजिटाइज्ड दस्तावेजों को खोजना आसान होता है।
- डिजिटल जानकारी का उपयोग करके सरकारी सेवाएं ऑनलाइन दी जा सकती है।
- डिजिटल जानकारी से सरकार अच्छे निर्णय ले सकते है।