गति शक्ति इंफ्रा योजना: समग्र ढांचागत विकास को बढ़ावा देना जिससे औद्योगिक उत्पादकता और रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो।
१५ अगस्त, २०२१ को माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले, नई दिल्ली से अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में ‘गति शक्ति इन्फ्रा योजना’ की घोषणा की। यह योजना मुख्य रूप से देश में समग्र बुनियादी ढांचे के विकास के लिए बनाई गई है। इसका उद्देश्य औद्योगिक उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि करना है। यह अति महत्वाकांक्षी योजना देश में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी लेकर आएगी। गति शक्ति इन्फ्रा योजना बुनियादी ढांचे के समग्र विकास को बढ़ावा देगी जिससे विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। यह योजना जल्द ही लंबे समय में विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने के लिए एक मास्टर प्लान के रूप में शुरू की जाएगी। इस योजना के लिए आवंटित बजट १०० लाख करोड़ रुपये है।
योजना अवलोकन:
योजना का नाम | गति शक्ति इंफ्रा योजना |
योजना के तहत | केंद्र सरकार |
द्वारा घोषित | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
घोषणा की तिथि | १५ अगस्त, २०२१ |
प्रमुख उद्देश्य | समग्र ढांचागत विकास को बढ़ावा देना जिससे औद्योगिक उत्पादकता और रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो। |
बजट आवंटित | रु. १०० लाख करोड़ |
योजना के उद्देश्य और लाभ:
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश में समग्र ढांचागत विकास सुनिश्चित करना है।
- इसका उद्देश्य औद्योगिक उत्पादकता बढ़ाना है।
- योजना लाखों युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि करती है।
- बुनियादी ढांचे के निर्माण के साथ-साथ आधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देता है।
- स्थानीय निर्माताओं को वैश्विक बाजार में प्रवेश करने में सक्षम बनाएगा।
- इस योजना का उद्देश्य नई तकनीक का उपयोग करके घरेलू उत्पादन में वृद्धि करना है
- यह भविष्य के आर्थिक क्षेत्रों की संभावनाओं को बढ़ाता है।
- इसका उद्देश्य भारत और इसके स्थानीय निर्माताओं को लंबे समय में विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है।
प्रमुख बिंदु:
- प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने १५ अगस्त, २०२१ को गति शक्ति इंफ्रा योजना की घोषणा की।
- इस योजना की घोषणा उन्होंने ७५वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले, नई दिल्ली से अपने भाषण में की थी।
- यह योजना देश में समग्र बुनियादी ढांचे का विकास करती है।
- घरेलू उत्पादन में वृद्धि और यात्रा के समय को कम करके औद्योगिक उत्पादकता में वृद्धि करेगा।
- योजना लाखों युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि करती है।
- बुनियादी ढांचे के निर्माण के साथ-साथ आधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देता है।
- यह निर्माताओं को नई तकनीक का उपयोग करने, उत्पादन बढ़ाने में सक्षम करेगा
- देश के निर्यात को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।
- यह भविष्य के आर्थिक क्षेत्रों की संभावनाओं को बढ़ाता है।
- पीएम ने कहा कि यह योजना जल्द ही देश में बुनियादी ढांचे के समग्र विकास और भारत के कायाकल्प के लिए एक राष्ट्रीय मास्टर प्लान के रूप में शुरू की जाएगी।
- यह योजना स्थानीय निर्माताओं को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने का अवसर प्रदान करेगी।
- यह देश के समग्र आर्थिक विकास में योगदान देगा।
- इस अति महत्वाकांक्षी योजना के लिए आवंटित कुल बजट १०० लाख करोड़ रुपये है।