Mukhyamantri Balya Sewa Prakalpa, Tripura / मुख्यमंत्री बाल्य सेवा प्रकल्प, त्रिपुरा

To enable betterment and welfare of children across the state who lost both the parents/ at least one of the parents due to covid / राज्य भर में उन बच्चों की बेहतरी और कल्याण को सक्षम करने के लिए जिन्होंने  कोविड के कारण माता-पिता दोनों को खो दिया।

मुख्यमंत्री बाल्य सेवा प्रकल्प, त्रिपुरा: राज्य भर में उन बच्चों की बेहतरी और कल्याण को सक्षम करने के लिए जिन्होंने  कोविड के कारण माता-पिता दोनों को खो दिया।

२९ मई, २०२१ को त्रिपुरा सरकार ने कोविड के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए ‘मुख्यमंत्री बाल्य सेवा प्रकल्प’ नाम से एक नई पहल की घोषणा की। यह घोषणा मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने राज्य सचिवालय में एक शीर्ष स्तरीय बैठक के दौरान की। इस पहल के तहत राज्य सरकार मुफ्त शिक्षा प्रदान करेगी और उन बच्चों के लिए विभिन्न कल्याणकारी उपाय करेगी जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया हैं और कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। अनाथालयों में रहने वाले बच्चों के लिए राज्य सरकार उन्हें मुफ्त शिक्षा प्रदान करेगी और यदि बच्चा अपने अभिभावक के साथ रहता है तो बच्चे के १८ वर्ष के होने तक अभिभावक को रुपये ३,५०० प्रति माह की वित्तीय सहायता प्रदान किया जाएगा। ऐसे बच्चों के पालन-पोषण और शिक्षा का ध्यान सरकार रखेगी। उस लड़की के मामले में जिसने अपने माता-पिता को खो दिया है और विवाह योग्य उम्र की है, सरकार उसकी शादी के लिए रुपये ५०,००० की एकमुश्त सहायता प्रदान करेगी। इस कठिन समय में बच्चों की देखभाल के लिए राज्य सरकार द्वारा यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

अवलोकन:

पहल का नाम: मुख्यमंत्री बाल्य सेवा प्रकल्प
पहल के तहत: त्रिपुरा सरकार
द्वारा घोषित: मुख्यमंत्री बिप्लब देब
घोषणा की तिथि: २९ मई, २०२१
लाभार्थी: कोविड के कारण जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया है।
लाभ: रुपये ३,५०० प्रति माह की वित्तीय सहायता, अन्य उपायों के साथ।
उद्देश्य: राज्य भर में उन बच्चों की बेहतरी और कल्याण को सक्षम करने के लिए जिन्होंने  कोविड के कारण माता-पिता दोनों को खो दिया।

उद्देश्य और लाभ:

  • पहल का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों को सहायता प्रदान करना है जिन्होंने अपने माता-पिता को कोविड के कारण खो दिया है।
  • पहल के तहत, बच्चों को रुपये ३,५०० प्रति माह की वित्तीय सहायता, अन्य सहायता के साथ।
  • अनाथालयों में रहने वाले बच्चों के लिए राज्य सरकार उन्हें मुफ्त शिक्षा प्रदान करेगी और यदि बच्चा अपने अभिभावक के साथ रहता है तो बच्चे के १८ वर्ष के होने तक अभिभावक को रुपये ३,५०० प्रति माह की वित्तीय सहायता प्रदान किया जाएगा।
  • उच्च अध्ययन के लिए इन बच्चों को १२ वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आवश्यकतानुसार एक लैपटॉप/कंप्यूटर/टैबलेट भी प्रदान किया जाएगा।
  • ऐसे बच्चों के पालन-पोषण और शिक्षा का ध्यान सरकार रखेगी।
  • उस लड़की के मामले में जिसने अपने माता-पिता को खो दिया है और विवाह योग्य उम्र की है, सरकार उसकी शादी के लिए रुपये ५०,००० की एकमुश्त सहायता प्रदान करेगी।
  • इन बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिए भी विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत कवर किया जाएगा।
  • यह पहल राज्य भर में इस कठिन और अभूतपूर्व समय में बच्चों की बेहतरी और कल्याण और सामाजिक सुरक्षा के लिए है।

प्रमुख बिंदु:

  • त्रिपुरा सरकार ने राज्य में उन बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल्य सेवा प्रकल्प की घोषणा की, जिन्होंने कोविड के कारण अपने माता-पिता को खो दिया था।
  • पैकेज की घोषणा मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने शनिवार, २९ मई, २०२१ को की।
  • इस पहल की योजना उन बच्चों के कल्याण और सामाजिक सुरक्षा के लिए बनाई गई है जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है या कोविड के कारण अनाथ हो गए हैं।
  • राज्य सरकार का लक्ष्य सभी बच्चों को शिक्षित करना है, चाहे वे वर्तमान में किसी भी कठिनाई का सामना कर रहे हों।
  • पहल के तहत, बच्चों को रुपये ३,५०० प्रति माह की वित्तीय सहायता, अन्य सहायता के साथ ।
  • अनाथालयों में रहने वाले बच्चों के लिए राज्य सरकार उन्हें मुफ्त शिक्षा प्रदान करेगी और यदि बच्चा अपने अभिभावक के साथ रहता है तो बच्चे के १८ वर्ष के होने तक अभिभावक को रुपये ३,५०० प्रति माह की वित्तीय सहायता प्रदान किया जाएगा।
  • उच्च अध्ययन के लिए इन बच्चों को १२ वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आवश्यकतानुसार एक लैपटॉप/कंप्यूटर/टैबलेट भी प्रदान किया जाएगा।
  • ऐसे बच्चों के पालन-पोषण और शिक्षा का ध्यान सरकार रखेगी।
  • उस लड़की के मामले में जिसने अपने माता-पिता को खो दिया है और विवाह योग्य उम्र की है, सरकार उसकी शादी के लिए रुपये ५०,००० की एकमुश्त सहायता प्रदान करेगी।
  • उच्च अध्ययन के लिए इन बच्चों को १२ वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आवश्यकतानुसार एक लैपटॉप/कंप्यूटर/टैबलेट भी प्रदान किया जाएगा।
  • कोविड- १९ महामारी ने बच्चों सहित बहुत से लोगों को प्रभावित किया है और इस प्रकार राज्य सरकार इन कठिन और अभूतपूर्व समय में बच्चों की सहायता के लिए प्रयास कर रही है जिससे उनका कल्याण और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
  • सीएम का कहना है कि राज्य में कोई भी बच्चा ऐसी असहाय परिस्थितियों से न गुजरे और इसलिए बच्चों के लिए इस विशेष पैकेज की घोषणा की जाती है।
  • यह सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है जो पूरे राज्य में प्रभावित बच्चों के लिए वरदान साबित होगा।

Mukhyamantri Sishu Sewa Achoni Scheme, Assam

CM Bala Seva, Karnataka