वरुमुन कप्पोम योजना, तमिलनाडु: राज्य में लोगों के स्वास्थ्य-जीवन संतुलन को बनाए रखने के लिए विशेष चिकित्सा शिविरों के माध्यम से चिकित्सा सहायता प्रदान करना।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने २९ सितंबर, २०२१ को राज्य के सभी निवासियों के लिए वरुमुन कप्पोम योजना को फिर से शुरू किया। यह एक निवारक स्वास्थ्य देखभाल योजना है जिसे पहले २००६ में शुरू किया गया था लेकिन बाद में बंद कर दिया गया था। इस योजना के तहत अब एक वर्ष में लगभग १२५० विशेष चिकित्सा शिविर। ये शिविर राज्य के विभिन्न स्थानों पर गांवों, जिलों, नगर निगमों और अन्य के निवासियों के लिए आयोजित किए जाएंगे। चिकित्सा शिविरों में १७ विभाग होंगे और परामर्श, विभिन्न बीमारियों की जांच और चिकित्सा देखभाल मुफ्त प्रदान करेंगे। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार बीमारियों के शीघ्र निदान और उपचार के माध्यम से नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करती है। यह उन लोगों के लिए वरदान साबित होगा जो चिकित्सा जांच और उपचार का खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं।
योजना अवलोकन:
योजना का नाम | वरुमुन कप्पोम योजना |
योजना के तहत | तमिलनाडु सरकार |
द्वारा पुन: लॉन्च किया गया | मुख्यमंत्री एम के स्टालिन |
पुन: लॉन्च तिथि | २९ सितंबर, २०२१ |
लाभार्थी | राज्य के निवासी |
लाभ | भविष्य में गंभीर बीमारियों की रोकथाम के लिए नि:शुल्क परामर्श, जांच एवं चिकित्सा देखभाल। |
उद्देश्य | राज्य में लोगों के स्वास्थ्य-जीवन संतुलन को बनाए रखने के लिए विशेष चिकित्सा शिविरों के माध्यम से चिकित्सा सहायता प्रदान करना। |
उद्देश्य और लाभ:
- योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में निवासियों की रक्षा करना और उन्हें कवर करना है।
- इस योजना के तहत राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर लगभग १२५० विशेष चिकित्सा शिविर आयोजित किए जाएंगे।
- यह भविष्य में गंभीर बीमारियों की रोकथाम के लिए मुफ्त परामर्श, जांच और चिकित्सा देखभाल प्रदान करेगा।
- राज्य भर के गांवों, नगर पालिकाओं, निगमों में रहने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी।
- राज्य का कोई भी निवासी जाति, पंथ, धर्म, आयु, लिंग के बावजूद योजना का लाभ उठा सकता है।
- लोगों को जरूरत के मुताबिक इलाज भी मुहैया कराया जाएगा।
- यह योजना शहरवासियों के लिए वरदान साबित होगी।
- यह राज्य भर में लोगों के जीवन और स्वास्थ्य का संतुलन बनाए रखने में मदद करेगा।
योजना विवरण:
- २९ सितंबर, २०२१ को, तमिलनाडु राज्य के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने वरुमुन कप्पोम योजना को फिर से शुरू किया।
- यह योजना इससे पहले वर्ष २००६ में पूर्व सीएम एम करुणा निधि द्वारा शुरू की गई थी।
- यह योजना २०११ तक सक्रिय थी और किसी कारणवश बंद कर दी गई थी।
- इस नई पुन: शुरू की गई निवारक चिकित्सा देखभाल योजना के तहत राज्य में विभिन्न स्थानों पर चिकित्सा शिविर आयोजित किए जाएंगे।
- इस योजना के तहत राज्य सरकार लोगों को मुफ्त में चिकित्सा परामर्श, जांच, जांच, उपचार आदि प्राप्त करने में मदद करने का प्रयास करेगी।
- राज्य सरकार एक वर्ष में विभिन्न स्थानों पर लगभग १२५० विशेष चिकित्सा शिविर आयोजित करेगी।
- राज्य के प्रत्येक तालुका में तीन चिकित्सा शिविर होंगे, नगर निगमों के एक वर्ष में चार चिकित्सा शिविर होंगे।
- कैंप में १७ अलग-अलग विभाग होंगे।
- चिकित्सा अधिकारी शिविरों में आंखों, दांतों, बाल चिकित्सा देखभाल, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हड्डी रोग, तपेदिक, हृदय रोग, ऑन्कोलॉजी, गुर्दे की बीमारियों आदि के लिए नैदानिक परीक्षा प्रदान करेंगे।
- इलाज और दवाएं भी नि:शुल्क मुहैया कराई जाएंगी।
- निरंतर उपचार की आवश्यकता के मामले में उपचार के लिए नजदीकी अस्पतालों के विवरण के साथ आईडी कार्ड जारी किए जाएंगे।
- शिविरों में अनुवर्ती कार्रवाई के लिए रोगी का विवरण दर्ज किया जाएगा।
- चिकित्सा शिविरों की समय सारिणी और स्थान की घोषणा हर महीने जिलेवार की जाएगी।
- शिविरों में विभिन्न विशिष्टताओं के डॉक्टर और चिकित्सा कर्मचारी मौजूद रहेंगे।