कायापलट अभियान और अटल आरोग्य वाहिनी-आदिवासी जीवनदायिनी: एक योजना आदिवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए
महाराष्ट्र राज्य सरकार ने जनजातीयों (आदिवासी) के जीवन स्तर में सुधार के लिए राज्य में कायापलट अभियान और अटल आरोग्य वाहिनी-आदिवासी जीवनदायिनी योजना सुरु की है।महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडानविस ने कायापलट अभियान को शुरू किया है और अटल आरोग्य वाहिनी- आदिवासी जीवादायनी को ध्वजांकित किया है।
Kayapalat Abhiyan & Atal Arorya Vahinu-Adivasi Heevandayini Scheme (In English)
कायापलट अभियान (परिवर्तन अभियान):
महाराष्ट्र राज्य के जनजातीय छात्रों के शिक्षा सुविधाओं में सुधार के लिए महाराष्ट्र सरकार की एक योजना है। सभी जनजातीय विद्यालय (आश्रम शाला), सरकारी आवासीय विद्यालय राज्य भर में एकलव्य विद्यालयों के साथ एक जीवंत शिक्षण का वातावरण बनाया जाएगा। इस योजना से महाराष्ट्र राज्य में २.५ लाख जनजातीय छात्रों को फायदा होगा।इस योजना के माध्यम से महाराष्ट्र राज्य के ५०२ सरकारी सहायता प्राप्त आवासीय विद्यालय, १४ एकलव्य स्कूल और ४९१ सरकारी छात्रावास को बेहतर शिक्षा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
अटल आरोग्य वाहिनी-आदिवासी जीवनदायिनी: आदिवासी जाती के लाभार्थी को स्वास्थ्य देखभाल के लिए एम्बुलेंस सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। अटल आरोग्य वाहिनी-आदिवासी जीवनदायनी योजना मुख्य रूप से आदिवासी छात्रों को नियमित स्वास्थ्य जांच और स्वास्थ्य देखभाल सेवा प्रदान करेगी। उनके स्वास्थ्य के बारे में सारी जानकारी केंद्रीकृत डेटाबेस में संग्रहीत की जाएगी। एम्बुलेंस में पूरी तरह सुसज्जित चिकित्सा सुविधा होंगी जो निम्नलिखित सेवाएं को प्रदान करेगी:
आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
एआरएआई प्रमाणित बुनियादी जीवन समर्थन एम्बुलेंस उपलब्ध की जाएंगी।
एम्बुलेंस २४x७ उपलब्ध रहेंगी।
एम्बुलेंस में विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूत रहेंगे।
लाभार्थी को उपचार के बारे में स्वास्थ्य सलाह प्रदान की जाएंगी।
प्रत्येक एम्बुलेंस में बुनियादी जीवन समर्थन (बीएलएस) प्रणाली, २ डॉक्टर और १ स्वास्थ्य सहायक उपस्थित रहेंगे।
एम्बुलेंस में दवाइयों और इंजेक्शन का सामान बुनियादी उपचार के लिए रहेंगा।
आदिवासी क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में सुसज्जित औषधालय स्थापित किया जाएंगा। सभी स्वास्थ्य अभिलेख (रिकॉर्ड) स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएसआईएस) में संचित किये जाएंगे और डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से उपलब्ध किए जाएंगे।
इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य दूरदराज क्षेत्रों में बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। सरकार ने जनजातियों का समर्थन करने के लिए ४८ समूह बनाए है। प्रत्येक समूह में ४ से ६ आश्रम शाला और एक एकलव्य स्कूल होगा। सरकार ने प्रत्येक समूह के लिए ४८ एम्बुलेंस प्रदान किये है। प्रत्येक छात्र को डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड दिया जाएगा जिसमें उनके स्वास्थ्य जांच-अप अभिलेख (रिकॉर्ड) के बारे में सभी विवरण होंगे।
संबंधित योजनाएं:
महाराष्ट्र में आदिवासी स्वास्थ्य देखभाल
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आदिवासी आश्रम शाला
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