मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना, बिहार: महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना और उन्हें सशक्त बनाना
१९ अप्रैल २०२१ को सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार राज्य मंत्रिमंडल ने महिलाओं को स्वरोजगार के अवसरों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना’ को मंजूरी दी। इस योजना के तहत नया उद्यम शुरू करने के लिए महिला लाभार्थियों को १० लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे। ऋण राशि का ५० प्रतिशत ब्याज मुक्त आधार पर प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत ऋण की राशि ८४ आसान किस्तों में चुकाया जा सकता है। इसका उद्देश्य राज्य में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना है। यह योजना राज्य में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए योजना बनाई गई है, जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र और स्थिर रहे।
योजना का अवलोकन:
योजना का नाम: | मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना |
द्वारा योजना: | बिहार सरकार |
द्वारा अनुमोदित: | सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार राज्य मंत्रिमंडल |
अनुमोदन का दिनांक: | १९ अप्रैल, २०२१ |
लाभार्थी: | राज्य भर की महिलाएं |
लाभ: | ब्याज मुक्त ऋण रु। १० लाख, रु। ५ लाख के अनुदान के साथ |
प्रमुख उद्देश्य: | महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना और उन्हें सशक्त बनाना |
योजना बजट: | रु। २०० करोड़ |
योजना के उद्देश्य और लाभ:
- योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है
- इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करना है
- इन ऋणों पर ५ लाख का अनुदान प्रदान किया जाएगा
- यह ऋण राशि महिला लाभार्थियों को स्वरोजगार के अवसर लेने और एक नया उद्यम शुरू करने के लिए प्रदान की जाएगी
- इसका उद्देश्य राज्य भर में महिलाओं की वित्तीय स्थिरता को प्रोत्साहित करना है।
- यह महिलाओं को स्वरोजगार के अवसरों को उठाने और नियमित आय अर्जित करने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा
- इस योजना से इन महिलाओं और उनके परिवारों के रहने का तरीका बेहतर होगा।
योजना का विवरण:
- मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना, बिहार राज्य मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित एक योजना है, जिसकी अध्यक्षता १९ अप्रैल, २०२१ को सीएम नीतीश कुमार ने की थी।
- इस योजना का उद्देश्य राज्य भर में महिलाओं को रुपये १० लाख का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करना है
- इन ऋणों पर ५ लाख का अनुदान प्रदान किया जाएगा
- यह ऋण महिला लाभार्थियों को स्वयं उद्यम शुरू करने के लिए प्रदान किया जाएगा
- ऐसे ऋणों का लाभ उठाने वाली महिलाओं को स्वरोजगार के अवसरों को लेने में सक्षम बनाया जाएगा
- यह ऋण ८४ आसान किस्तों में वापस किया जा सकता है
- इससे राज्य भर की महिलाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा मिलता है
- इसका उद्देश्य स्व-रोजगार के अवसरों को प्रोत्साहित करना है और इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे
- यह योजना मुख्य रूप से महिलाओं के कल्याण के उद्देश्य से है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके
- इस योजना के लिए आवंटित बजट रु। २०० करोड़ है