शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने ३-९ वर्ष के आयु वर्ग के छात्रों के लिए शिक्षा के साथ-साथ साक्षरता और संख्यात्मकता को बढ़ावा देने के लिए ‘निपुन भारत मिशन’ नामक एक नई पहल की है। यह पहल ५ जुलाई, २०२१ को शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा शुरू की गई है। निपुन का अर्थ है – समझ और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल। निपुन भारत फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरसी पर एक राष्ट्रीय पहल है। यह पहल यह सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक बच्चे को वर्ष २०२६-२७ तक ग्रेड ३ के अंत तक पढ़ने, लिखने और अंकगणित करने की क्षमता प्राप्त हो जाए। इसका उद्देश्य प्रत्येक बच्चे को साक्षरता और संख्यात्मकता तक सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करना है। योजना का क्रियान्वयन देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय, राज्य जिला, ब्लॉक, स्कूल स्तर सहित ५-स्तरीय तंत्र के माध्यम से किया जाएगा। यह पहल समग्र शिक्षा योजना के तहत लागू होगी।
अवलोकन:
पहल का नाम: | समझ और संख्यात्मकता के साथ पढ़ने में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल (निपुन) भारत मिशन |
पहल के तहत: | केन्द्र सरकार |
द्वारा शुरू किया गया: | शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार |
द्वारा लॉन्च किया गया: | शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक |
लॉन्च की तारीख: | ५ जुलाई २०२१ |
लाभार्थी: | ३-९ वर्ष के आयु वर्ग के छात्र (पूर्वस्कूली से कक्षा ३ तक) |
लाभ: | कक्षा ३ के छात्रों के लिए शिक्षा के साथ-साथ साक्षरता और संख्यात्मकता |
प्रमुख उद्देश्य: | यह सुनिश्चित करने के लिए कि वर्ष २०२६-२७ तक प्रत्येक बच्चे को कक्षा ३ के अंत तक पढ़ने, लिखने और अंकगणित करने की क्षमता प्राप्त हो जाए, जिससे उनके समग्र विकास को बढ़ावा मिले। |
उद्देश्य और लाभ:
- इस पहल का मुख्य उद्देश्य देश भर में छात्रों का समग्र विकास करना है।
- इस पहल के तहत प्रीस्कूल से लेकर तीसरी कक्षा तक के ३-९ साल के छात्रों को कवर किया गया है।
- यह सुनिश्चित करता है कि वर्ष २०२६-२७ तक प्रत्येक बच्चे को कक्षा ३ के अंत तक पढ़ने, लिखने और अंकगणित करने की क्षमता प्राप्त हो जाए।
- इस पहल का उद्देश्य प्रत्येक बच्चे को साक्षरता और संख्यात्मकता तक सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करना है।
- पहल के आसान कार्यान्वयन के लिए राष्ट्रीय, राज्य जिला, ब्लॉक, स्कूल स्तर के माध्यम से अलग ५-स्तरीय तंत्र तैयार किया गया है।
- यह पहल देश में नियमित शिक्षा के साथ-साथ बुनियादी साक्षरता और अंकगणित को बढ़ावा देकर एक मजबूत आधार तैयार करेगी और भविष्य के बच्चों को आकार देगी।
महत्वपूर्ण विवरण:
- समझ और संख्या के साथ पढ़ने में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल (निपुन) भारत मिशन ३-९ वर्ष के आयु वर्ग में प्रीस्कूल से कक्षा ३ तक के छात्रों के लिए एक केंद्र प्रायोजित पहल है।
- यह पहल वस्तुतः ५ जुलाई, २०२१ को शिक्षा मंत्री शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा शुरू की गई है।
- यह नई शिक्षा नीति २०२० को लागू करने की दिशा में एक पहल है।
- यह आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर एक राष्ट्रीय मिशन है।
- यह पहल देश भर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय, राज्य जिला, ब्लॉक, स्कूल स्तर के माध्यम से ५-स्तरीय तंत्र के माध्यम से लागू की जाएगी।
- इस पहल का उद्देश्य प्रत्येक बच्चे को साक्षरता और संख्यात्मकता तक सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करना है।
- यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक बच्चे को वर्ष २०२६-२७ तक ग्रेड ३ के अंत तक पढ़ने, लिखने और संख्यात्मक क्षमताएं प्राप्त हो जाएं।
- यह एक बच्चे को वाक्यों के अर्थ को पढ़ने और समझने में सक्षम करेगा और कक्षा ३ तक गणित की बुनियादी समस्याओं को हल करने में सक्षम करेगा।
- इसका उद्देश्य शुरू से ही बच्चों में बुनियादी कौशल को आत्मसात करना है।
- यह छात्रों के बीच ज्ञान का एक मजबूत आधारभूत आधार सुनिश्चित करेगा।
- यह अध्ययन और शिक्षा में उनकी रुचि विकसित करेगा।
- इसका उद्देश्य देश में शिक्षा के स्तर को समग्र रूप से सुधारना है।
- यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत केंद्र सरकार की समग्र शिक्षा योजना के तहत है।
- वर्ष २०२१-२२ के लिए इस पहल के लिए अनुमानित बजट लगभग २१३०.६६ करोड़ रुपये है।