Poshan 2.0

To strengthen nutritional content and ensure health and wellness of children in the country.

पोषण २.०: पोषण सामग्री को मजबूत करना और देश में बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करना।

३१ अगस्त, २०२१ को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने पोषण २.० कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसकी घोषणा पहले बजट २०२१-२२ में की गई थी। ८ मार्च, २०१८ को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पोषण कार्यक्रम शुरू किया गया था। यह पहल देश में गरीब और कुपोषित बच्चों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए है। इसका उद्देश्य देश भर में बच्चों में कुपोषण की दर को कम करना है। यह देश में गंभीर वास्तविक कुपोषित (एसएएम) बच्चों की रक्षा करता है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने सितंबर २०२१ को पोषण माह घोषित किया है। इस माह में देश के सभी जिलों से आग्रह है कि वे अपने-अपने जिलों में पोषण वाटिका यानी पोषण उद्यान की स्थापना करें। इस पहल का उद्देश्य देश में बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।

अवलोकन:

पहल पोषण २.०
पहल के तहत केंद्र सरकार
द्वारा शुरू किया गया केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी
घोषणा तिथि ३१ अगस्त २०२१
लाभार्थी देश के बच्चे
मुख्य उद्देश्य पोषण सामग्री को मजबूत करना और देश में बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करना।

उद्देश्य और लाभ:

  • योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करना है।
  • यह बच्चों की पोषण स्थिति को मजबूत करने के लिए जाता है।
  • इस पहल का उद्देश्य बच्चों में कुपोषण की दर को कम करना है।
  • विभाग अच्छे पोषण के महत्व पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रत्येक जिले में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगा।
  • इसका उद्देश्य लोगों को युवा महिलाओं और बच्चों में एनीमिया को कम करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने आदि के उपायों के बारे में शिक्षित करना है।
  • इस पहल का उद्देश्य देश में गंभीर वास्तविक कुपोषित (एसएएम) बच्चों की रक्षा करना भी है।
  • इस पहल के तहत पोषण माह के दौरान प्रत्येक जिले में पोषण वाटिका स्थापित करने का लक्ष्य है।

प्रमुख बिंदु:

  • केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने ३१ अगस्त, २०२१ को पोषण २.० की शुरुआत की घोषणा की।
  • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने २०१८ में पोषण स्वास्थ्य पहल की शुरुआत की।
  • इसका मुख्य उद्देश्य देश के बच्चों में कुपोषण की दर को कम करना है।
  • यह पहल देश में गरीब और कुपोषित बच्चों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए है।
  • यह देश में गंभीर वास्तविक कुपोषित (एसएएम) बच्चों की रक्षा करता है।
  • महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने सितंबर २०२१ को पोषण माह घोषित किया है।
  • राज्य सरकारों से आग्रह है कि वे अपने-अपने राज्यों में पोषण माह शुरू करें।
  • लॉन्च के दौरान स्मृति ईरानी ने जिलों से कुपोषण दर को कम करने में योगदान देने के लिए पोषण माह के दौरान पोषण वाटिका यानी पोषण उद्यान शुरू करने का भी आग्रह किया।
  • महिला एवं बाल विकास विभाग बच्चे के जीवन के पहले १००० दिनों के लिए अच्छे पोषण के महत्व पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रत्येक जिले में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करेगा।
  • विभाग युवा महिलाओं और बच्चों में रक्ताल्पता कम करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने आदि उपायों पर लोगों को शिक्षित करने का प्रयास करेगा।
  • केंद्र सरकार ने कुपोषण दर को चरणबद्ध तरीके से कम करने के लिए यह पहल शुरू की है जिससे पोषण की स्थिति में सुधार हो।
  • यह देश के सभी बच्चों को कवर करता है जिससे उनका स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित होता है।
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