राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, छत्तीसगढ़: राज्य में भूमिहीन श्रमिकों और उनके परिवारों को सहायता प्रदान करना।
छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में भूमिहीन श्रमिकों की सहायता के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना लेकर आई है। यह योजना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा १ सितंबर, २०२१ को शुरू की गई है। इस योजना के तहत भूमिहीन कृषि श्रमिकों या श्रमिकों को मनरेगा के तहत हर साल ६००० रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। यह उन श्रमिकों के सभी परिवारों को सहायता प्रदान करने का इरादा रखता है जिनके पास जमीन का एक छोटा सा टुकड़ा भी नहीं है और जो कृषि श्रम पर निर्भर हैं। योजना के तहत पंजीकरण १ सितंबर, २०२१ से शुरू हो गया है। योजना के तहत लगभग १० लाख भूमिहीन मजदूर लाभान्वित होंगे।
योजना अवलोकन:
योजना का नाम | राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना |
योजना के तहत | छत्तीसगढ़ सरकार |
द्वारा लॉन्च किया गया | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल |
लॉन्च की तारीख | १ सितंबर, २०२१ |
मुख्य लाभार्थी | प्रदेश के भूमिहीन मजदूर |
लाभ | ६०००/- रुपये की वित्तीय सहायता प्रति वर्ष |
प्रमुख उद्देश्य | राज्य में भूमिहीन श्रमिकों और उनके परिवारों को सहायता प्रदान करना। |
बजट | रुपये २०० करोड़ |
पंजीकरण तिथियां | १ सितंबर से ३० सितंबर २०२१ |
योजना के उद्देश्य और लाभ:
- योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में भूमिहीन श्रमिकों को लाभान्वित करना है।
- यह योजना सभी भूमिहीन श्रमिकों को कवर करती है।
- इस योजना के तहत ६००० रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी
- लाभार्थियों को सीधे उनके बैंक खाते में लाभ मिलेगा।
- इसका उद्देश्य राज्य के सभी भूमिहीन श्रमिकों और उनके परिवारों का कल्याण सुनिश्चित करना है।
- यह मुश्किल और कठिन समय में लाभार्थियों के लिए वरदान साबित होगा।
योजना विवरण:
- राज्य में भूमिहीन श्रमिकों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शुरू की गई है।
- यह लॉन्च सीएम ने १ सितंबर, २०२१ को किया था।
- इस योजना के तहत लाभार्थियों को वित्तीय सहायता के रूप में प्रति वर्ष ६००० रुपये मिलेंगे।
- यह राशि सीधे लाभार्थी के खाते में डीबीटी के माध्यम से जमा की जाएगी।
- यह योजना राज्य के सभी भूमिहीन कृषि श्रमिकों को कवर करती है।
- इस योजना से मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि श्रमिक कार्य पर निर्भर लाभार्थियों और मनरेगा के श्रमिकों को लाभ होगा।
- पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को सालाना ६०००/- रुपये मिल रहे हैं।
- अब इस योजना के तहत भूमिहीन श्रमिकों को सालाना ६०००/- रुपये मिलेंगे।
- इस योजना के तहत राज्य में खेतिहर मजदूरों के लिए १ सितंबर २०२१ से पंजीकरण शुरू हो गया है।
- पंजीकरण की अंतिम तिथि ३० सितंबर, २०२१ है।
- पंजीकरण आधिकारिक पोर्टल @ rggbkmny.cg.nic.in पर किया जाना है।
- भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को आधार कार्ड और बैंक पासबुक के साथ ग्राम पंचायत सचिव को आवेदन देना होगा।
- फिर सचिव इसे जनपद पंचायत सीईओ को जमा करेंगे और फिर आवेदन वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।
- सफल पंजीकरण के बाद लाभार्थी को एक रसीद मिलेगी।
- यह योजना लाभार्थियों के लिए लाभकारी होगी जिसमें कठिन समय में उनकी आजीविका सुरक्षित होगी।
- इस प्रकार यह उनके कल्याण और सामाजिक सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा।
- शुभारंभ के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ भूमिहीन श्रमिकों के लिए इस प्रकार की पहल शुरू करने वाला पहला राज्य है।
- इस योजना से लगभग १० लाख भूमिहीन मजदूरों को लाभ होगा।